आज Suzlon Energy के शेयरों को लेकर बाजार में भारी खरीदारी देखी गई है शुक्रवार 1 अगस्त को इस शेयर में 6% से अधिक की छलांग दर्ज हुई यह तेजी दो बड़ी सकारात्मक खबरों की वजह से सामने आई है एक तो कंपनी की फ्यूचर्स एंड ऑप्शन्स सेगमेंट में शामिल होना और दूसरा एक नए बड़े ऑर्डर की घोषणा होना। सुजलॉन एनर्जी ने आज ही बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज को सूचित किया कि उसे जेलेस्ट्रा इंडिया से 381 मेगावॉट की एक बड़ी डील मिली है यह ऑर्डर फर्म एंड डिस्पैचेबल रिन्यूएबल एनर्जी प्रोजेक्ट के लिए हासिल हुआ है FDRE परियोजनाएं वे नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत मानी जाती है जिनमें बैटरी जैसे एनर्जी स्टोरेज सिस्टम इंस्टॉल किए जाते है जिससे बिजली की आपूर्ति में कोई बाधा न आए।
शेयर की कीमत में दमदार उछाल
एनएसई पर आज सुजलॉन का शेयर 62.30 रुपये से खुला बाजार खुलने के साथ ही इसमें तेज खरीदारी दिखने लगी और शेयर कीमत लगातार ऊपर चढ़ती रही दिन के उच्चतम स्तर पर यह 65.50 रुपये तक पहुंच गया यानी इंट्राडे में 6% से भी अधिक की तेजी दर्शाई गई।
तीन राज्यों में फैलेगा यह प्रोजेक्ट
यह 381 MW की परियोजना महाराष्ट्र 180 MW मध्य प्रदेश 180 MW और तमिलनाडु 21 MW में स्थापित की जाएगी इस परियोजना में सुजलॉन की 127 विंड टर्बाइनों मॉडल S144 को लगाया जाएगा महाराष्ट्र और एमपी वाले हिस्से एसजेवीएन की FDRE बोली से जुड़े है जबकि तमिलनाडु का हिस्सा वाणिज्यिक और औद्योगिक उपभोक्ताओं को बिजली प्रदान करेगा।
वाइस चेयरमैन ने क्या कहा?
सुजलॉन ग्रुप के वाइस चेयरमैन गिरीश टंटी ने जोर देकर कहा कि भारत की ऊर्जा परिवर्तन यात्रा एक निर्णायक दौर में है जहां 24×7 भरोसेमंद ग्रीन एनर्जी की ओर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है यह प्रोजेक्ट उसी परिवर्तन को दर्शाता है जो आगे देश की ऊर्जा जरूरतों को नई दिशा देगा।
एफएंडओ सेगमेंट में एंट्री बनी चर्चा का विषय
आज कंपनी की चर्चा एक और बड़ी वजह से जोश में रही 1 अगस्त से इसके शेयर फ्यूचर्स एंड ऑप्शन्स (F&O) मार्केट में भी ट्रेड होना शुरू हो गया एफएंडओ में लिस्टिंग के चलते निवेशकों का उत्साह बढ़ा जिसका सीधा असर स्टॉक की कीमतों पर दिखाई दिया।
(डिस्क्लेमर: यहां दी गई राय सुझाव और अनुमानों पर आधारित जानकारी विशेषज्ञों की निजी राय है Nandoori News इसकी जिम्मेदारी नहीं लेता निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य करें क्योंकि शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है।)